अल कायदा की धमकी खतरनाक, पाक में सेना पुन: हावी हुई : जनरल मलिक

जालंधर (धवन): सेवानिवृत्त थल सेनाध्यक्ष जनरल वी.पी. मलिक ने कहा है कि अल कायदा द्वारा हाल ही में भारत पर हमले करने की दी गई धमकी खतरनाक है। आज यहां पंजाब केसरी से बातचीत करते हुए मलिक ने कहा कि अल कायदा एक खतरनाक आतंकी संगठन है जिसकी धमकी के बाद भारत सरकार को अपनी इंटैलीजैंस एजैंसियों को और अधिक सतर्क करने की जरूरत है।

अल कायदा ने विश्व में बड़े धमाके करवाए हुए हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या अल कायदा ने इस्लामिक स्टेट के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए भारत को धमकी देकर अपनी उपस्थिति जाहिर करने की कोशिश की है, जनरल मलिक ने कहा कि यह भी एक कारण हो सकता है पर उसकी धमकी के बाद भारत को चुप नहीं बैठना है।

सुरक्षा एजैंसियों को सतर्क करने के साथ-साथ सीमाओं पर भी सतर्कता की जरूरत है।  जनरल मलिक ने कहा कि भारतीय सेना किसी भी खतरे का सामना करने के लिए सक्षम है। सीमाओं पर भारतीय सेना अहम भूमिका निभा रही है। जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से हो रहे युद्ध विराम के उल्लंघन बारे पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसके पीछे पाक सेना का हाथ है। उन्होंने खुलासा किया कि पाकिस्तान में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ कमजोर हो चुके हैं। ऐसी स्थिति में पाक सेना ड्राइविंग सीट पर आ चुकी है। आने वाले समय में पाक सेना का दखल पाकिस्तान में और बढऩे के आसार हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में कभी भी स्थिरता नहीं आ सकती, क्योंकि पाक सेना ऐसा होने नहीं देगी। उन्होंने कहा कि पाक सेना भारत तथा पाकिस्तान के आपसी रिश्तों को सामान्य नहीं होने देगी। पाकिस्तान के सेनाधिकारी हमेशा अपना दबदबा बनाए रखना चाहते हैं।

जनरल मलिक ने कहा कि पाक सेना ने जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से भारी फायरिंग करवा कर भारत के साथ-साथ पाक प्रधानमंत्री को भी संकेत दिया है कि उसका दखल खत्म नहीं हुआ है। पाक से संबंधित सभी नीतियां पाक सेना के इशारे पर तैयार होती हैं। पाक सेना के अधीन ही उसकी खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. कार्य कर रही है जो लगातार भारत के खिलाफ परोक्ष युद्ध में लगी हुई है। जम्मू-कश्मीर तथा अन्य स्थानों पर आतंकी घटनाओं को भी पाक सेना व आई.एस.आई. द्वारा संचालित किया जा रहा है। जब उनसे पूछा गया कि नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से अधिक फायरिंग हो रही है, उन्होंने कहा कि इन बातों को वह नहीं मानते हैं।

पाक सेना का अपना एजैंडा है। जनरल मलिक ने कहा कि मोदी ने तो पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अपने शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया था। यह भी पाकिस्तान सेना को गवारा नहीं था। पाकिस्तान के अंदरूनी हालात काफी खराब हो चुके हैं तथा वहां कब क्या हो जाए, इसके बारे मे कुछ भी नहीं कहा जा सकता।

पूर्व थल सेनाध्यक्ष ने कहा कि भारत को अपनी एकजुटता का प्रदर्शन विश्व के सामने करना चाहिए। इससे देश मजबूत होकर उभरेगा। उन्होंने कहा कि भारत की बढ़ती ताकत भी पाक सेना को सहन नहीं होती है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को चाहिए कि वह सेना व सशस्त्र बलों को और मजबूत बनाए क्योंकि उनके सामने अनेकों चुनौतियां हैं। रक्षा क्षेत्र को लेकर हमें कोई समझौता नहीं करना है। इस अवसर पर जालंधर मैनेजमैंट एसोसिएशन के अध्यक्ष अहसान उल हक, उद्यमी अश्विनी कुमार विक्टर व अन्य भी मौजूद थे।

Related posts